यदि यह गवाह वास्तव में मौके पर था और इन लोगों ने कुल्हाडी व आरा मौके पर अपने कब्जे में लिये तो इस गवाह को यह मालूम होना चाहिए था कि कुल्हाडी में हत्था किस चीज का लगा था तथा आरे पर किस तरह का हत्था लगा था।
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हथियारों के संबंध में कुल्हाडी व आरा के संबंध में भी जिरह में इस गवाह ने स्पष्ट किया कि उसे आरा की लम्बाई व चौड़ाई मालूम नहीं है, कुल्हाडी का हत्था किस चीज का लगा था, वह नहीं बता सकता, आरे पर हत्था लगा था या नहीं उसे मालूम नहीं हैं।